
लखनऊ, 31 मई 2025: यूपी में बिजली के निजीकरण एवं बिजली कर्मचारियों के आंदोलन के समर्थन में 4 जून को किसान संगठनों की ओर से घोषित कार्यक्रम की वर्चुअल तैयारी बैठक हुई। बैठक में क्रांतिकारी किसान यूनियन, किसान संग्राम समिति, किसान मजदूर परिषद, आल इंडिया किसान फेडरेशन, अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा, किसान एकता केन्द्र, किसान विकास मंच, क्रांतिकारी किसान मंच, भारतीय किसान संगठन, भाकियू श्रमिक जनशक्ति यूनियन, सोशलिस्ट किसान सभा, कृषि भूमि बचाओ मोर्चा, खेत मजदूर किसान संग्राम समिति एवं इंकलाबी मजदूर केन्द्र के करीब 30 किसान नेताओं ने भाग लिया।
बैठक में निर्णय लिया कि 4 जून को सभी जिला मुख्यालयों पर किसान संगठन संयुक्त रूप से विरोध-प्रदर्शन करेंगें। प्रदर्शन के दौरान जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम संयुक्त ज्ञापन सौंपा जाएगा। बैठक में मांगपत्र पर चर्चा कर तय किया गया कि मांगपत्र के जरिए बिजली विभाग के दक्षिणांचल और पूर्वांचल के निजीकरण के फैसले को वापिस लेने, बिजली दरों में वृद्धि के प्रस्ताव और स्मार्ट मीटर योजना को रद्द करने और सभी को 300 यूनिट प्रति माह मुफ्त बिजली की मांग राज्य सरकार से की जाएगी। साथ ही 4 जून के कार्यक्रमों के दौरान किसान संगठन बिजली कर्मचारियों के निजीकरण के विरोध में चल रहे आंदोलन का समर्थन करेंगें और राज्य सरकार एवं विभाग द्वारा उनके आंदोलन के दमन की तमाम कोशिशों का एकजुटता के साथ विरोध करेंगें।
बैठक के दौरान किसान नेताओं का कहना था कि बिजली का निजीकरण जनता के किसी भी वर्ग के हित में नहीं है। सस्ती बिजली और सस्ता पानी देना एक लोक कल्याणकारी सरकार की जिम्मेदारी है। अगर सरकार जनता की बुनियादी जरूरतें पूरी करने में नाकामयाब है, रोजगार देने की बजाय उल्टे सभी विभागों का निजीकरण करने पर जोर है, तो किसान-मजदूर और कर्मचारी सरकार का विरोध क्यों न करें। विरोध की आवाज को सुनने और मांगों पर ध्यान देने की बजाय यूपी की मौजूदा डबल इंजन भाजपानीत मोदी-योगी सरकार कर्मचारियों के आंदोलन का दमन कर रही है। कर्मचारियों को डराने-धमकाने का हर हथकंडा अपनाया जा रहा है। बैठक में मौजूदा किसान संगठनों के सभी प्रतिनिधियों ने एकसुर में कर्मचारियों के आंदोलन का साथ और समर्थन करने की बात कही।
जारी प्रेस बयान के जरिए आम जन से अपील जारी की कि सभी वर्ग एक जुटता के साथ जनता की बिजली को निजी हाथों में जाने से बचाने के संघर्ष में साथ दें।
बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के एनसीसी सदस्य सत्यदेव पाल, एनसीसी सदस्य राजेन्द्र चौधरी, बचाऊं राम, शशिकांत अलीगढ़, रामजी सिंह, रामनयन यादव, दुखहरन राम, राजेश आजाद, अनुभव दास शास्त्री, डा. मान सिंह, रामसेवक, डा. संजीव तोमर, जनार्दन सिंह, क्रांति नारायण सिंह, राम अवध, विकास दुबे, अनिल मिश्रा, हिमांशु, सौरभ पटेल, राजेन्द्र यादव, रामाश्रय यादव, बलवंत यादव , रामरतन यादव, एकादशी यादव, अजय कुमार लोधी, कृष्णा सिंह एवं दिनेश कुमार मौजूद रहे।